भारत में सेमीकंडक्टर प्लांट जरुरी क्यों है ? | वेदांता ने गुजरात ही क्यों चुना

क्या आप जानते हैं भारत सेमीकंडक्टर के लिए भारी इंपोर्ट करता है हम आज भी सेमीकंडक्टर में आत्मनिर्भर नहीं है हम सारी सेमीकंडक्टर चिप्स इंपोर्ट करवाते हैं.
एक बड़ी खबर आती है वेदांता ग्रुप (Vedanta) Foxconn के साथ सेमीकंडक्टर प्लांट भारत में setup करने जा रहा है. Foxconn एक ताइवान की कंपनी है और इस प्रोजेक्ट में 1.54 लाख करोड़ की इन्वेस्टमेंट होगी.
भारत में सेमीकंडक्टर का प्लांट इतना important क्यों है?
कोविड के दौरान चिप्स की शॉर्टेज पूरी दुनिया को देखने को मिल रही थी और $60 billion का chip शॉर्टेज हुआ था. ऑटोमोबाइल में भी इसका शॉर्टेस्ट था और आज भी सेमीकंडक्टर का शॉर्टेज चल रहा है.
Chipset क्या है?
यह बेसिकली मदरबोर्ड होता है इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइसेज को कम्युनिकेट करता है कि काफी सारे होते जैसे Intel, Snapdragon, Mediatek.
वेदांता लिमिटेड इंडियन मल्टीनेशनल माइनिंग कंपनी है इसका हेडक्वार्टर मुंबई में है इसके बहुत सारे माइनिंग है जैसे Iron ore, Gold, एलुमिनियम और यह इनका बिजनेस Goa, Karnataka, Odisha में है और कई देशों में भी इनका बिजनेस है और Oil में भी इनका बिजनेस है.
वेदांता की बहुत सारी subsidiary है
➤Hindustan Zinc
➤Bharat Aluminium company
➤Sterilite copper
➤Cairn India
अब वेदांता फॉक्सकॉन के साथ मिलकर काम करेगा फॉक्सकॉन ताइवान की कंपनी है एप्पल जैसे प्रोडक्ट बनाती है तो वेदांता सेमीकंडक्टर और display Fab की भी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट गुजरात में बनने वाला है.
Tuesday को वेदांता और फॉक्सकॉन के साथ गुजरात गवर्नमेंट के साथ MOU साइन किया गया अश्विनी वैष्णव (Minister of Railways,Communication and Information technology) की presence में एमओयू साइन किया गया।
अनिल अग्रवाल ने ट्वीट किया उनका कहना है यह प्रोजेक्ट Robust मैन्युफैक्चरिंग बेस होगा इंडिया में आज तक जो भी इलेक्ट्रॉनिक्स इंपोर्ट कराते आए हैं उनकी डिपेंडेंसी कम हो जाएगी.
•11 लाख नौकरियां डायरेक्ट दिया जाएगा।
•भारत सिर्फ अपने देश के लिए ही नहीं बाकी देश के लिए भी काम करेगा इसको export भी किया जाएगा।
•पहले यह प्रोजेक्ट महाराष्ट्र में बनने वाला था पिछले कुछ हफ्तों में कुछ नेगोशिएशंस हुए उसके बाद डिसाइड हुआ गुजरात में इसका प्लांट सेटअप करेंगे.
•सरकार की तरफ से फाइनेंसियल और नॉनफाइनेंशियल subsidies मिलेगी.
•सस्ती इलेक्ट्रिसिटी दि जाएगी.
•Reuters की रिपोर्ट में बताया Gujarat सरकार 1000 एकड़ कि जमीन 99 सालों के लिए फ्री ऑफ कॉस्ट देने वाली है.
•इसमें water & Power काफी कम रेट में दिया जाएगा अगले 20 सालों में.
•प्रोजेक्ट को अहमदाबाद के पास ही setup किया जाएगा वेदांता शुरुआत में $2 बिलियन डॉलर इन्वेस्ट करेगा धीरे-धीरे वह $20 बिलियन डॉलर तक आएगा.
गवर्नमेंट एक पीएलआई स्कीम लेकर आई थी जिसमें वेदांता भी शामिल था.
सरकार Rs76,000 करोड़ के इंसेंटिव देना चाहती है जो भी सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिंग ecosystem लाएगा देश में उन्हें सरकार 76 हजार करोड़ का इंसेंटिव देगी.
वेदांता ने दो प्रपोजल रखे थे
1.वेदांता फॉक्सकॉन के साथ मिलकर चिप्स बनाएगी.
2.वेदांता खुद से डिस्पले फ्Fabs बनाएगी.
क्या वेदांता सक्सेसफुल होगी?
वेदांता कॉन्फिडेंट है एक बार सेटअप होने के बाद उनको ग्लोबल ऑर्डर्स भी मिलेंगे क्योंकि वेदांता पहले से ही Fab Glasses और Optic फाइबर बना रही है यह globally बिजनेस कर रही है.
इस प्रोजेक्ट में काफी सारा पैसा लगने वाला है इसमें कैश की कोई प्रॉब्लम नहीं होगी क्योंकी उनके दूसरे बिजनेस जैसे ऑयल एंड गैस, माइनिंग आयरन एंड स्टील काफी कैश जनरेट कर रहे हैं तो यह पैसा फैब यूनिट में लगाएंगे।
