शेयर मार्केट में घोटाले में केतन पारेख की जीवनी | Ketan Parekh Biography

हर्षद मेहता के बाद देश में दूसरा शेयर घोटाला करने के आरोपी में केतन पारेख का नाम आगे है.
केतन पारेख (ketan parekh) मुंबई के स्टॉक ब्रोकर थे. केतन पारेख ने 2001 में Rs40,000 करोड़ का scam किया था. केतन गुजराती बिजनेस फैमिली से बिलॉन्ग करते थे. उनकी पूरी फैमिली स्टॉक ब्रोकिंग की बिजनेस में थी.
केतन पारेख की एजुकेशन
CA की पढ़ाई पूरी करने के बाद अपनी कंपनी होते हुए भी हर्षद मेहता की कंपनी में काम करने लगे ताकि वह हर्षद मेहता से stock market के बारे में अच्छे से सीख सके. उसके बाद अपनी फैमिली की कंपनी में काम करने लग गए.
केतन ने इतने बड़े स्कैम को कैसे अंजाम दिया?
केतन ने Pay order का इस्तेमाल किया. Pay order चेक की तरह ही होते हैं लेकिन इसमें फर्क इतना होता है. Pay order को pay करने की जिम्मेदारी बैंक की होती है. बैंक pay order की फैसिलिटी बड़े और भरोसेमंद कस्टमर को ही देती है.
केतन ने गुजरात के Madhavpura Mercantile Co-op Bank के मेजॉरिटी shares खरीद लिए इससे उनके पास मालिकाना हक आ गया और केतन उसका गलत इस्तेमाल करने लगे वह बैंक से pay आर्डर बनवाने लगे ऐसा करते करते उन्होंने बैंक की pay करने की कैपेसिटी से भी ज्यादा pay ऑर्डर बनवा दिए. बाद में वह दूसरे बैंक के पास गिरवी रखकर लोन लेते ऐसा उन्होंने 1200 करोड़ रुपए निकाल लिए.
इन पैसों को स्टॉक मार्केट में बदला ट्रेडिंग (Badla Trading) करते थे बदला ट्रेडिंग का मतलब एक ग्रुप बना कर आपस में ही shares को बार बार बेचते और सेल करते थे इससे shares की डिमांड बढ़ती थी और साथ साथ में प्राइस भी बढ़ता जाता था.
एक बार visualsoft share के प्राइस 625 के थे केतन पारेख के खरीदने के बाद प्राइस 8448 के हो गए. केतन पारेख छोटी कंपनियों में इन्वेस्ट करते थे वह shares को खरीदने के बाद धीरे-धीरे बेचते थे ताकि लोगों को शक ना हो.
1st March 2001 को उनके कंपीटीटर्स ने scam expose करने के लिए एक तरकीब निकाली. उन्होंने बहुत सारे शेयर खरीदे जहां पर केतन पारेख में भी इन्वेस्ट कर रखा था उन्होंने शेयर्स को धीरे-धीरे खरीदे ताकि शक ना हो फिर सारे share को एक झटके में बेच दिया. उसकी प्राइस एकदम से नीचे गिरने लग गई. केतन पारेख ने भी लॉस से बचने के लिए शेयर्स को बेच दीया और उस दिन स्टॉक मार्केट 176 points नीचे गिर गया उस समय यह बहुत ज्यादा होता था और कोलकाता स्टॉक एक्सचेंज जहां shares बेचे गए वह भी दिवालिया हो गया.
इसकी वजह से RBI, SEBI, सीबीआई तीनों ने तुरंत Investigation करना शुरू कर दिया और कुछ दिनों में केतन पारेख का scam बाहर आ गया उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और 1 साल की जेल की सजा सुनाई और वर्ष 2002 में 15 साल के लिए उन्हें स्टॉक मार्केट से Ban कर दिया गया. वर्ष 2014 में सीबीआई ने 2 साल की सजा और ₹50,00 का जुर्माना लगा दिया.
