फिनटेक कंपनियों ने बिगाड़ा मार्केट | क्यों हो रहे है छोटे ब्रोकर्स मार्केट से बाहर? | Brokers
बाजार से बाहर हो रहे छोटे ब्रोकर 3 साल में 252 ने लौटाया लाइसेंस
रिटेल निवेशकों की संख्या में रिकॉर्ड बढ़ोतरी के बावजूद बीते कुछ वर्षो से पारंपरिक तरीके से शेयर ब्रोकिंग का बिज़नेस कर रहे कई छोटे और मझोले कारोबारी इस बिज़नेस से बाहर हो गए है | ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग को बढ़ावा मिलने लो कॉस्ट या जीरो ब्रोकरेज वाले मोबाइल फ्रेंडली फिनटेक स्टार्टअप की मौजूदगी के अलावा सेबी और स्टॉक एक्सचेंज के कड़े नियमों की वजह से इन पर दबाव बढ़ गया है | बीते तीन साल में 250 से ज्यादा छोटे ब्रोकर अपना लाइसेंस लौटा चूके है |
देश के अधिकांश छोटे और मझोले शेयर ब्रोकर या तो अपना बिज़नेस बंद कर रहे है या फिर बड़ी कंपनियों से मर्ज होकर सब -के रूप में काम कर रहे है | सालाना लगभग 28 हज़ार करोड़ के राजस्व वाले इस सेक्टर में 62 % कब्ज़ा महज 5 ब्रोकिंग फिनटेक का है | मुकाबले में ठहर नहीं पाने की वजह से बीते 3 वर्षो में BSE के 130 और NSE के 122 छोटे और मझोले ब्रोकर ने अपना लाइसेंस लौटा दिया है |
कोटक महिंद्रा ग्रुप की कोटक सिक्योरिटी ने हाल ही में 4 छोटी ब्रोकरेज कंपनियों को अपने प्लेटफॉर्म में शामिल किया है | 20 अन्य से उसकी बातचित चल रही है | कंपनी के सीईओ जयदीप हंसराज कहते है; छोटे शहरों के ब्रोकर्स के पास वित्तीय संसाधन, तकनीक के अलावा नियामक और एक्सचेंज द्वारा लागू सख्त नियमों का पालन करने के लिए अन्य क्षमताए नहीं है | इसलिए बड़ी कंपनियां अपने साथ जुड़ने का ऑफर दे रही है, जो की कारोबार बंद करने से कहीं अच्छा है |
छोटे ब्रोकर्स के बाहर होने की वजह
➤डिजिटल तकनीक का मुकाबला नहीं कर पाना |
➤कम मार्जिन पर काम नहीं कर पाना |
➤बड़ी कंपनियों के मुकाबले वित्तीय संसाधनों की कमी |
➤नियामक और एक्सचेंज के कड़े नियमों का पालन करने में विफल |
एक्सिस बैंक (Axis Bank) का मुनाफा 91 % बढ़ा
2022-2023 की पहली तिमाही में एक्सिस बैंक का मुनाफा 91 % बढ़कर 4,125 करोड़ रूपए हो गया, जो की पिछले साल की समान तिमाही में 2,160 करोड़ था | बैंक की कुल आमदनी जून तिमाही में 21,727 करोड़ रूपए दर्ज की गई, जो बीते वर्ष की समान तिमाही में 19,362. 92 करोड़ रूपए थी | एनपीए गिरकर 2. 76 % रह गया है, जो अप्रैल जून 2021 में 3.85 % था |
टाटा स्टील का मुनाफा 21 % घटा
टाटा स्टील का चालू वित्त वर्ष की अप्रैल जून तिमाही का कंसॉलिडेटेड मुनाफा 21 % घटकर 7,714 करोड़ रूपए रह गया |