2 बैडरूम से शुरू हुई L’Oreal 150 देशों तक कैसे बनी दुनिया की सबसे बड़ी कॉस्मेटिक कंपनी

2 बैडरूम से शुरू हुई L'Oreal 150 देशों तक कैसे बनी दुनिया की सबसे बड़ी कॉस्मेटिक कंपनी

फोर्ब्स के अनुसार लॉरिअल की मालकिन फ्रांस्वा बेटनकोर्ट दुनिया की सबसे अमीर महिला है. एक रिपोर्ट के मुताबिक L’oreal हर साल 500 पेटेंट अप्लाई करती आ रही है ऐसे बनी दुनिया की सबसे बड़ी कॉस्मेटिक कंपनी आइये जानते है पूरी जानकारी हिंदी में

l'oreal company

फोर्ब्स के अनुसार लॉरिअल की मालकिन फ्रांस्वा बेटनकोर्ट दुनिया की सबसे अमीर महिला है. एक रिपोर्ट के मुताबिक L’oreal हर साल 500 पेटेंट अप्लाई करती आ रही है ऐसे बनी दुनिया की सबसे बड़ी कॉस्मेटिक कंपनी आइये जानते है पूरी जानकारी हिंदी में

दुनिया की सबसे बड़ी कॉस्मेटिक कंपनी का जिसका मार्केट कैप 14 लाख करोड़ रुपए है. सौंदर्य उत्पाद बनाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी ना सिर्फ भारत बल्कि दुनिया के 50 देशों में जाना पहचाना नाम बना लिया है. कॉस्मेटिक मार्केट बहुत तेजी से बढ़ता जा रहा है जिसके चलते ब्यूटी प्रोडक्ट्स की डिमांड लगातार बढ़ती जा रही है इसी वजह से फ्रांस की कंपनी लॉरियल आज दुनिया की सबसे बड़ी कॉस्मेटिक कंपनी बन गई है. कंपनी को फ्रांस्वा बेटनकोर्ट संभालती है इससे पहले उनकी माँ यह कंपनी संभालती थी.

भारत में इसका क्या विवाद हुआ ?

यह एक फ्रेंच कंपनी है फिलहाल भारत में जीएसटी को लेकर विवादों में है इस पर जीएसटी में हेराफेरी करके 186.39 करोड रुपए मुनाफा कमाने का आरोप है. जांच में पाया गया कि बहुत सारे सामानों पर जीएसटी को 28 फ़ीसदी से घटाकर 18 फ़ीसदी कर दिया गया था. पर कंपनी ने उत्पादों पर घटे जीएसटी के बावजूद ग्राहकों को इसका फायदा नहीं दिया. विवादों के बीच इस बार इस ब्रांड स्टोरी में इस कंपनी को करीब से जानने की कोशिश करते हैं.
113 साल पुरानी इस कंपनी का दुनिया में स्किन केयर प्रोडक्ट बाजार में 41 फ़ीसदी कब्जा है. वित्त वर्ष 2021 में तो इस कंपनी ने 16 फ़ीसदी किसान विरोध दर्ज की है.

लोरियल की मालकिन दुनिया की सबसे अमीर महिला

इस कॉस्मेटिक कंपनी ने पिछले कुछ सालो में ग्रोथ की है. वित्तीय वर्ष 2021 में कंपनी ने 16 फीसदी की सर्वाधिक ग्रोथ दर्ज की थी. वर्तमान में दुनिया के स्किन केयर प्रोडक्ट बाजार में इसकी 41 % हिस्सेदारी है. फॉर्ब्स के अनुसार बेटनकोर्ट फिलहाल दुनिया की सबसे अमीर महिला है और रईसों की सूची में वह 15वे स्थान पर है. मेयर्स के बाद नेस्ले कंपनी के पास लॉरियल कंपनी के सबसे ज्यादा शेयर है. बेटनकोर्ट के पास लॉरियल के 33 फीसदी शेयर्स है.

 

l'oreal company owner

दादा ने शुरू की थी कंपनी

लिलियन बेटनकोर्ट का जन्म पेरिस में हुआ था और वह अपने माता पिता की इकलौती संतान थी उनके पिता यूगेन शूलर ने साल 1909 में लॉरियल की स्थापना की थी. लिलियन ने छोटी उम्र से ही कंपनी के कामों में अपने पिता की मदद करना शुरू कर दिया था. फ्रांस्वा बेटनकोर्ट मेयर्स (69 वर्षीय) लोरियल के संस्थापक यूजिन की पोती है. 1997 में लिलीयेन बेटनकोर्ट के निधन के बाद से मेयर्स ही कंपनी संभाल रही है हालांकि वह फिलहाल निदेशक मंडल में वाइस-चेयरवुमन है. ज्यां पॉल एगन, कंपनी के चेयरमैन है.

कहा से आया आईडिया ?

लैब में प्रयोग करते हुए आया था आईडिया यूजीन पॉल लुई (1881-1957) इस कंपनी के संस्थापक रहे. वह फार्मासिस्ट थे एक दिन उनकी लैब में एक पारसी हेयर ड्रेसर ने सिंथेटिक हेयर डाई बनाने के लिए कहा उस समय फ्रांस में अधिकांश महिलाएं बाल रंगने के लिए डाई इस्तेमाल नहीं करती थी क्योंकि उस समय की डाई से सिर की त्वचा (स्कैल्प) को नुकसान पहुंचता था. इसे यूजिन ने बिजनेस अवसर के तौर पर देखा और खुद अपने बालों पर विभिन्न डाई के प्रयोग करने लगे. पूरे 2 साल प्रयास के बाद 1909 में उन्होंने पहली सफल और सुरक्षित हेयर डाई बनाई. कंपनी का एक फ्रेंच नाम रखा ‘ओरियल’ ओरियल उस समय फ्रांस के लोकप्रिय हेयर स्टाइल थी. इससे प्रेरित होकर बाद में कंपनी का नाम ‘ लॉरिअल’ रख दिया.

कंपनी के सबसे ज्यादा 70% महिलाएं हैं

2 बेडरूम के अपार्टमेंट में शुरू हुई लॉरियल एक साल बाद ही विदेशों में अपने उत्पाद का निर्यात शुरू कर दिया था. आज 150 देशों में इनके उत्पाद जाते हैं. खास बात है कि इन्होंने संबंधित देशों के हिसाब से अपने उत्पादों में बदलाव किए कंपनी ने अपने ब्रांड को कुल चार डिवीजन में बांटा है. इसमें कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लॉरिअल ल्युक्स, प्रोफेशनल प्रोडक्ट और एक्टिव कॉस्मेटिक्स है. इसके अलावा बिजनेस सेगमेंट मे स्किनकेयर एंड सन प्रोटेक्शन, मेकअप, हेयरकेयर, फ्रेगनेंस और हेयर कलरिंग और अंदर है. कंपनी का सबसे बड़ा बाजार यूरोप है लॉरियल पिछले कई सालों से हर साल औसतन 500 पेटेंट अप्लाई करती आ रही है मतलब रोज एक पेटेंट.

फीमेल फर्स्ट नीति :

महिलाएं ही बनाती है सौंदर्य उत्पाद. अमेरिका की महामंदी (1929- 39) के बीच फ्रांस में सुधारों का दौर चला सप्ताह में 5 दिन काम के साथ साल में 2 हफ्ते की पैड लीफ मिलने लगी छुट्टियों में लोग समुद्र तटों पर वक्त बिताने लगे इसी बीच लॉरिअल ने सनस्क्रीन लॉन्च की और यह बहुत लोकप्रिय हो गई 1945 तक आते-आते कंपनी कई देशों में निर्यात करने लगी लोरियल ने अपनी स्थापना के बाद से कंपनी की नीति और कार्यशैली में महिलाओं को प्राथमिकता में रखा हुआ है.

कंपनी की टैगलाइन ‘ बिकॉज यू आर वर्थ इट ‘ को 50 साल से ज्यादा हो चुके हैं वर्क फोर्स में महिलाओं के अनुपात में हर साल इजाफा हो रहा है.

रेंज : कुल 36 प्रोडक्ट है, यूरोप सबसे बड़ा बाजार

सौंदर्य उत्पाद कंपनी: शोध खर्च में हर साल बढ़ोतरी जारी

•150 से ज्यादा देशों में इनके उत्पाद बिकते हैं.

•36 वैश्विक ब्रांड है रॉयल ग्रुप में.

•88000 कर्मचारी कंपनी में काम करते हैं.
•517 पेटेंट 2021 में रजिस्टर किए.
•4000 वैज्ञानिक इनके लिए काम करते हैं.
•8000 करोड रुपए 2021 में रिसर्च पर खर्च किए.
•कूल वर्कफोर्स में 69% महिलाएं काम करती है.