Hindenburg की रिपोर्ट ने अडानी ग्रुप के शेयर इन्वेस्टर्स के होश उड़ा दिए
एक रिपोर्ट ने अडानी के शेयर्स की हालत खराब कर दी और दुनिया के तीसरे सबसे अमीर आदमी अडानी को 7वें नंबर पर धकेल दिया उनकी कंपनियों के शेयर्स गिरने लगे हैं.
कैसे अडानी ग्रुप के 4.10 लाख करोड रुपए साफ कर दिए गए आइए जानते हैं
कैसे अडानी ग्रुप (Adani Group) के 4.10 लाख करोड रुपए साफ कर दिए
अडानी ग्रुप के शेयर्स की यह हालत हो गई आज अडानी ग्रुप के शेयर्स टॉप लूजर्स में ट्रेड कर रहें हैं
- अडानी ग्रीन एनर्जी के शेयर में गिरावत – 20%
- अडानी टोटल गैस के शेयर में गिरावत – 20%
- अडानी ट्रांसमिशन के शेयर्स में गिरावट -20%
- अडानी इंटरप्राइजेज 18% गिरावट के साथ बंद हुआ.
- अंबुजा सीमेंट के शेयर में गिरावट 16% •अडानी पोर्ट्स एंड लॉजिस्टिक्स शेयर में गिरावट – 15%
- अडानी ACC के शेयर में गिरावट -12% •अडानी विल्मार के शेयर में गिरावट 5% •अडानी पावर में गिरावट -5%

अडानी ग्रुप पर क्या आरोप लगाए गए हैं?
Hindenburg Research ने एक रिपोर्ट जारी की हैं.
- अदानी ग्रुप ने शेयरों की कीमत मैनिपुलेट किया है और एकाउंटिंग फ्रॉड किया है.
- विदेशों में कई कंपनियां बनाकर टैक्स बचाने का काम किया है.
- टैक्स Haven देशों की कई बेनामी कंपनियो में अडानी ग्रुप की हिस्सेदारी हैं.
- अदानी की लिस्टेड कंपनियों पर भारी कर्ज हैं.
- ऊंचे मूल्यांकन की वजह से कंपनी के शेयरों की कीमत 85% तक ज्यादा बताई जा रही है.
अडानी ग्रुप पर इस रिपोर्ट का क्या असर पड़ा?
- अदानी ग्रुप की मार्केट कैप में 4.10 लाख करोड़ रूपए का घाटा हुआ.
- 25 जनवरी को मार्केट कैप 19.50 लाख करोड़ रुपए हो गई.
- 27 जनवरी को मार्केट कैप 15.50 लाख करोड़ हो गई. अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड के 20 हज़ार करोड़ का FPO खुला. पहले दिन में प्राइस बैंड 3112 से 3276 1% ही सब्सक्राइब हुआ.
- फोर्ब्स की लिस्ट में गौतम अडानी सातवें नंबर पर पहुंच गए हैं.
- 25 जनवरी को उनकी नेटवर्थ 971500 करोड़ रुपए थी.
- रिपोर्ट सामने आने के बाद 27 जनवरी को उनकी नेटवर्थ 7,86,400 करोड़ रुपए हो गई. सिर्फ 48 घंटे में 1.85 लाख करोड़ का घाटा हुआ.
Hindenburg Research की रिपोर्ट?
अडानी ग्रुप पर Hindenburg का दावा है. 2 वर्ष तक कड़ी रिसर्च के बाद उन्होंने यह रिपोर्ट बनाई हैं. उन्होंने रिपोर्ट जारी करने के लिए अदानी ग्रुप के पूर्व अधिकारियों से बातचीत भी की और कई दस्तावेज भी उन्होंने देखे. उन्होंने यह दावा भी किया अगर उन्होंने नजरअंदाज किया तो अदानी ग्रुप के शेयर 85% तक गिर सकते हैं.
- अडानी ग्रुप की 7 लिस्टेड कंपनियों का मार्केट वैल्यू 218 billion-dollar हैं. कंपनियों में गौतम अडानी और उनकी फैमिली की हिस्सेदारी 120 billion-dollar है. पिछले 3 सालों में 100 billion dollar की हिस्सेदारी बढ़ गई है. ऐसा कंपनियों के स्टॉक की कीमतों में असामान्य बढ़ोतरी की वजह से हुआ है. इसको लेकर कई सारे सवाल उठाए गए हैं.
- हिंडनबर्ग रिसर्च के 88 सवालों में 21 सवाल अडानी ग्रुप के डिस्क्लोजर से है. इनमें 21 सवालों पर 2 साल इन्वेस्टिगेशन का हिंडनबर्ग रिसर्च का दावा बेदम है.
- दुनिया की 6 बड़ी ऑडिट कंपनियों ने अदानी ग्रुप की 8 कंपनियों का ऑडिट किया है, कोई भी गड़बड़ नहीं मिली.
- अदानी ग्रुप की रेटिंग 3 ग्लोबल और 7 घरेलू रेटिंग एजेंसी ने कि हैं.
Hindenburg Research का इतिहास
वर्ष 2017 में अमेरिकी निवेश कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च को उद्योगपति एंडरसन ने स्थापित किया था. कंपनी का दावा है वह फॉरेंसिक फाइनेंशल रिसर्च में विशेषज्ञता रखती हैं. यह कंपनी असामान्य सूत्रों से मिली जानकारियों के आधार पर शोध करती है.
हिंडनबर्ग ने पहले भी कई कंपनियों में फ्रॉड फर्जीवाड़े पर रिपोर्ट जारी कि हैं. जिसके बाद कंपनी के शेयरों में गिरावट भी आई थी.
वर्ष 2020 में इस कंपनी ने अमेरिका ट्रक निर्माता कंपनी निकोला के बारे में खुलासा किया कि निकोला ने निवेशकों को अपने नए व्हीकल के बारे में बताते हुए ठगा जबकि हकीकत में उसके पास गाड़ियां नहीं थी. खुलासे के बाद निकोला के शेयर 94% गिर गए थे.
आम लोगों पर क्या असर पड़ेगा?
अडानी ग्रुप पर 1.90 लाख करोड़ रुपए का कर्ज है. इसमें 70- 80 करोड रुपए बैंकों का कर्ज है. कई बैंकों के शेयर्स भी गिरे हैं LIC में अडानी ग्रुप का निवेश हैं. जिसकी वजह से एलआईसी को 2 दिन में 18,300 करोड़ का घाटा हुआ है.
गौतम अडानी की संपत्ति वर्ष 2016 में 3.5 अरब डॉलर थी.
वर्ष 2017 में 5.8 अरब डॉलर तक पहुंच गई.
वर्ष 2018 में 9.7 अरब डॉलर हो गई.
वर्ष 2019 में 8.7 अरब डॉलर हो गई.
वर्ष 2020 में 8.9 अरब डॉलर हो गई.
वर्ष 2021 में 50.5 अरब डॉलर हो गई.
वर्ष 2022 में 122 अरब डॉलर तक पहुंची.
25 जनवरी 2023 को अडानी की संपत्ति 119.2 अरब डॉलर थी.