गौतम अडानी कर रहे है इस सेक्टर में एंट्री | Gautam Adani enter in Metal sector

गौतम अडानी कर रहे है इस सेक्टर में एंट्री | Gautam Adani enter in Metal sector

पोर्ट, सीमेंट, एनर्जी के बाद देश और एशिया के सबसे अमीर काराबारी गौतम अडानी (Gautam Adani) अब मेटल सेक्टर (Metal Sector) में एंट्री कर रहे हैं. अब उनकी सीधी टक्कर बिड़ला ग्रुप और वेदांता ग्रुप के साथ होगी. अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (Adani Enterprises Limited) ने ओडिशा में एल्यूमिना रिफाइनरी स्थापित करने में 5.2 बिलियन डॉलर का निवेश करने की योजना बनाई है. आपको बता दें कि गौतम अडानी अब अपने कारोबार में विविधता लाने की योजना बना रहे हैं. जिसके तहत मेटल कारोबार में मोटा निवेश की प्लानिंग की जा रही है.

राज्य सरकार ने ट्वीट करके जानकारी दी

राज्य के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के कार्यालय द्वारा बुधवार को एक ट्विटर पोस्ट के अनुसार, अडानी ग्रुप की प्रमुख कंपनी को 416.53 अरब रुपये (5.2 बिलियन डॉलर) के निवेश के लिए रायगडा में रिफाइनरी और कैप्टिव पावर प्लांट बनाने की मंजूरी मिली. राज्य सरकार के एक अन्य बयान के अनुसार, रिफाइनरी की वार्षिक क्षमता 40 लाख टन होगी.

बिड़ला और वेदांता ग्रुप को देंगे टक्कर

अडानी एंटरप्राइजेज के एक प्रतिनिधि ने ओडिशा प्रोजेक्ट या कंपनी के अपने नए एल्युमीनियम कारोबार से जुड़े सवाल पर किसी तरह की टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है. दुनिया के टॉप 5 अरबपति कारोबारी गौतम अदानी ने दिसंबर में एक पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी – मुंद्रा एल्युमिनियम लिमिटेड – की स्थापना की थी, जो इस बात का संकेत है कि वो आदित्य बिड़ला समूह और लंदन स्थित वेदांता रिसोर्सेज लिमिटेड जैसे दिग्गजों को टक्कर देने की तैयारी कर रहे हैं.

सीमेंट कारोबार कैसे बढ़ा ?

इससे पहले अडानी ने सीमेंट सब्सिडियरी स्थापित करने के एक साल से भी कम समय में मई में 10.5 बिलियन डॉलर में होल्सिम लिमिटेड की भारतीय यूनिट्स का अधिग्रहण करके अपने नए सीमेंट कारोबार को रातोंरात बढ़ा दिया था. साल की शुरुआत में स्टील और तांबे के प्लांट्स की योजना की घोषणा करने के बाद अब वह अपने समूह के मेटल पोर्टफोलियो का तेजी से निर्माण कर रहे हैं.


कॉपर कारोबार के लिए कितने रूपए जुटाए थे

अदानी एंटरप्राइजेज ने गुजरात में 500,000 टन नए कॉपर रिफाइनरी कॉम्प्लेक्स के लिए सिंडिकेटेड क्लब लोन में 60.7 बिलियन रुपये जुटाए. कंपनी ने जनवरी में दक्षिण कोरियाई स्टील प्रमुख पॉस्को के साथ भारत में व्यापार के अवसरों का पता लगाने के लिए एक ग्रीन स्टील मिल की स्थापना सहित एक गठजोड़ की भी घोषणा की थी.