हाइब्रिड फंड क्या हैं? कैसे काम करते हैं | what is Hybrid Fund ?

हाइब्रिड फंड क्या हैं? कैसे काम करते हैं | what is Hybrid Fund ?

हाइब्रिड फंड (Hybrid fund) ?

Present समय में निवेशकों (investors) के लिए मार्केट में बहुत सारे निवेश (invest) करने के लिए options मौजूद हैं। निवेश को mainly तीन भागों में बांटा जा सकता हैं –
1. इक्विटी (Equity) जिसमें ज्यादा risk होता हैं

2. डेब्ट (Debt) जिसमें कम risk होता हैं

3. हाइब्रिड फंड (Hybrid fund) जिसमें moderate risk होती हैं।

प्रत्येक निवेशक के लक्ष्य और आवश्यकता अलग-अलग होती हैं। उसके अनुसार निवेश सलाहकार उन्हें फंड suggest करते हैं। अगर आप भी हाइब्रिड म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट करने के बारे में सोच रहे हैं तो आपको हाइब्रिड फंड की पूरी जानकारी लेनी होगी। जैसे कि हाइब्रिड फंड क्या हैं, हाइब्रिड फंड कैसे काम करते हैं और हाइब्रिड फंड में कैसे निवेश करना चाहिए?

हाइब्रिड फण्ड म्यूच्यूअल फंड का एक प्रकार हैं जो विभिन्न प्रकार की एसेट क्लास में निवेश करते हैं। जैसा कि हाइब्रिड फंड के नाम से पता चल रहा हैं ये इक्विटी (Equity) और डेब्ट फंड्स (debt fund) से मिलकर बने होते हैं। यानि की हाइब्रिड फंड के पोर्टफोलियो में इक्विटी और डेब्ट का एक balance होता हैं। इनका Ratio फंड के लक्ष्यों के अनुसार तय किया जाता हैं।

प्रत्येक हाइब्रिड फंड में इक्विटी और डेब्ट का मिश्रण अलग-अलग होता हैं। सभी हाइब्रिड फंड एक्टिव फंड की श्रेणी में आते हैं।

हाइब्रिड फंड के प्रकार (Types of Hybrid Funds)

हाइब्रिड फंड में इक्विटी और डेब्ट को लेकर अलग-अलग Asset Allocation हो सकती हैं।

(i) Equity oriented Hybrid Fund

इस प्रकार के हाइब्रिड फण्ड में कुल एसेट का minimum 65% हिस्सा इक्विटी में निवेश किया जाता हैं। जबकि बचा हुआ 35% डेब्ट फण्ड और मनी मार्केट instrument में एलोकेट किया जाता हैं। इसमें इक्विटी, हाइब्रिड फण्ड को ग्रोथ प्रदान करता हैं और डेब्ट स्थायित्व प्रदान करता हैं।

(ii) Debt oriented Hybrid Fund

डेब्ट ओरिएंटेड (debt oriented) हाइब्रिड फंड कुल एसेट का लगभग 65% फिक्स्ड इनकम सिक्योरिटीज जैसे की बॉन्ड्स, डिबेंचर्स, गवर्नमेंट सिक्योरिटीज में निवेश करते हैं। बाकी बचा हुआ पैसा इक्विटी में निवेश किया जाता हैं।

(iii) Monthly Income Plans

मंथली इनकम प्लान ऐसे हाइब्रिड फंड होते हैं जो कुल एसेट का बहुत ही कम भाग इक्विटी (15 से 20%) में निवेश करते हैं। बाकी बची सम्पूर्ण एसेट डेब्ट फंड्स में निवेश की जाती हैं। इसकी वजह से ये pure debt fund की तुलना में अधिक रिटर्न देने की क्षमता रखते हैं।

निवेशक मंथली इनकम प्लान में रेगुलर इनकम प्राप्त करने के लिए निवेश करते हैं। ये रेगुलर इनकम डिविडेंड के रूप में प्राप्त होती हैं।

(iv) Arbitrage Funds

इस प्रकार के फंड्स में स्टॉक्स को कम प्राइस में एक मार्केट में खरीदा जाता हैं और ज्यादा प्राइस में दूसरे मार्केट में बेचा जाता हैं। फंड मैनेजर लगातार ऐसी Arbitrage opportunities की तलाश में रहते हैं जिससे फंड के रिटर्न maximize किये जा सके।

लेकिन जब कोई आर्बिट्रेज अपॉर्चुनिटी उपलब्ध नहीं होती तो फंड को डेब्ट सिक्योरिटीज में निवेश कर दिया जाता हैं।

(v) Balance Arbitrage Funds

इस प्रकार के फंड में लगभग 60% इक्विटी और बचा हुआ फंड डेब्ट फंड्स में निवेश किया जाता हैं। टैक्स ट्रीटमेंट के लिए ये फंड इक्विटी फंड के जैसे ही ट्रीट किए जाते हैं जिनके ऊपर आप ₹1,00,000 तक के कैपिटल Gain tax की छूट ले सकते हैं।

बैलेंस फंड (balance fund) अपने निवेशकों को एक संतुलित portfolio प्रदान करता हैं।

हाइब्रिड फंड कैसे काम करते हैं (How does Hybrid Fund works)

हाइब्रिड म्यूच्यूअल फंड लम्बे समय में अच्छी संपत्ति के बनाने के लक्ष्य के साथ offer किए जाते हैं। इनका उद्देश्य मॉडरेट रिस्क लेने वाले निवेशकों को एक बैलेंस portfolio देना होता हैं। पूरे asset एलोकेशन इक्विटी (Equity) में नहीं होने की वजह से हाइब्रिड फंड्स में इक्विटी के मुकाबले कम risk होती हैं।

फंड मैनेजर हाइब्रिड फंड के पोर्टफोलियो का निर्माण इक्विटी और डेब्ट को मिलाकर करता हैं। इक्विटी रिटर्न्स को boost करता हैं जबकि डेब्ट मार्केट volatility में स्थिरता प्रदान करता हैं।

साथ ही फण्ड मैनेजर मार्केट मूवमेंट का अधिक फायदा उठाने के लिए पोर्टफोलियो stocks ख़रीदता और बेचता हैं।

हाइब्रिड फंड के फायदे (Benefits of Hybrid Funds)

1. हाइब्रिड फंड में निवेश करने से आपको एक से अधिक एसेट क्लास का फायदा मिलता हैं जैसे कि इक्विटी, डेब्ट, मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स (money market instruments)

2. मात्र एक हाइब्रिड फण्ड में निवेश करना भी आपके पोर्टफोलियो को Diversification प्रदान करता हैं। हाइब्रिड फंड में निवेश करने से आपको लार्ज कैप, मिड कैप, स्मॉल कैप और डेब्ट फंड सभी का एक्सपोजर एक साथ मिल जाता हैं।

3. अलग-अलग रिस्क प्रोफाइल वाले निवेशकों के लिए यहां अलग-अलग प्रकार की स्कीम मौजूद हैं। जैसे कि रिस्क उठाने वालों के लिए इक्विटी ओरिएंटेड हाइब्रिड फंड और कम रिस्क लेने वालों के लिए डेब्ट ओरिएंटेड हाइब्रिड फंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *