सेंसेक्स और निफ्टी क्या है और इनके बीच का अंतर ? | What is Sensex and Nifty?
सेंसेक्स (Sensex) क्या है ?
सेंसेक्स Bombay Stock Exchange (BSE) का एक सूचकांक (Index)है। सेंसेक्स के सूचकांक (Index) में मार्केट कैप के आधार पर देश की 30 सबसे बड़ी कंपनियों को इंडेक्स किया जाता है। इसमें रिलायंस (Reliance), टीसीएस (TCS), इंफोसिस (Infosys) जैसी बड़ी कंपनियां शामिल हैं।
सेंसेक्स (Sensex) की शुरुआत 1 जनवरी 1986 को हुई थी। इसमें total 30 कंपनियां शामिल हैं। इस कारण इसको BSE30 के नाम से भी जाना जाता है। सेंसेक्स के उतार चढ़ाव से ये पता चलता है कि देश की बड़ी कंपनियों और शेयर बाजार की क्या स्थिति है?
सेंसेक्स (sensex) word Sensitive और Index से मिल कर बना है| सेंसेक्स (Sensex) का calculation फ्री फ्लोट मेथड (Free Flow Method) से किया जाता है|
सेंसेक्स (sensex) की Calculation कैसे होती है ?
1. सेंसेक्स (sensex) में शामिल सभी 30 कंपनियों का मार्केट कैपिटलाइजेशन (market capitalization) निकाला जाता है| इसके लिए कंपनी द्वारा जारी किए गए शेयरों की संख्या को शेयर के भाव से गुणा करते हैं| इस तरह जो आंकड़ा मिलता है, उसे company का मार्केट कैपिटलाइजेशन या हिंदी में बाजार पूंजीकरण भी कहते हैं|
2. अब उस कंपनी के फ्री फ्लोट फैक्टर की calculation की जाती है| यह कंपनी द्वारा जारी किए कुल शेयरों का वह percentage यानी हिस्सा है जो बाजार में ट्रेडिंग (trading) के लिए उपलब्ध होता है| जैसे कि किसी कंपनी ABC के 100 शेयरों में 40 शेयर सरकार और प्रमोटर के पास हैं, तो बाकी 60 फीसदी ही ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध होंगे| यानी इस कंपनी का फ्री फ्लोट फैक्टर 60% हुआ|
3. बारी-बारी से सभी कंपनियों के फ्री फ्लोट फैक्टर को उस कंपनी के मार्केट कैपिटलाइजेशन से गुणा करके कंपनी के फ्री फ्लोट मार्केट कैपिटलाइजेशन की गणना की जाती है|
4. सेंसेक्स में शामिल सभी 30 कंपनियों के फ्री फ्लोट मार्केट कैपिटलाइजेशन को जोड़कर उसे बेस वैल्यू (base value) से divide करते हैं और फिर इसे Base index value गुणा करते हैं| सेंसेक्स के लिए बेस वैल्यू 2501.24 करोड़ रुपये तय किया गया है| इसके अलावा बेस इंडेक्स वैल्यू 100 है| इस गणना से सेंसेक्स का आकलन किया जाता है|
निफ्टी (NIFTY) क्या है?
निफ्टी (NIFTY), National Stock Exchange (NSE) का एक सूचकांक (Index) है| नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के अंतर्गत आता है। निफ्टी में देश की कुल 50 कंपनियों को index किया जाता है। इन कंपनियों का चुनाव देश के 12 अलग अलग sector से किया जाता है। निफ्टी शब्द नेशनल (national) और 50 से मिलकर बना है। निफ्टी को निफ्टी 50 के नाम से भी जाना जाता है।
इसकी शुरुआत साल 1994 में की गई थी। निफ्टी में हो रहे उतार चढ़ाव से बाजार के विषय में पता चलता है कि उसका रुख किस दिशा में जा रहा है।
निफ्टी (Nifty) की calculation कैसे होती है ?
1. निफ्टी (NIFTY) की calculation लगभग सेंसेक्स (sensex) की तरह ही फ्री फ्लोट मार्केट capitalization के आधार पर होती है लेकिन कुछ difference भी है|
2. निफ्टी (NIFTY) की Calculation के लिए सबसे पहले सभी कंपनियों का बाजार पूंजीकरण यानी मार्केट कैपिटलाइजेशन निकाला जाता है, जिसके लिए आउटस्टैंडिंग शेयर की संख्या को वर्तमान भाव से गुणा करते हैं|
3. इसके बाद मार्केट कैप को Investible weight factor (IWF) से गुणा किया जाता है| IWF पब्लिक ट्रेडिंग (Public trading) के लिए उपलब्ध शेयरों का हिस्सा है|
4. इसके बाद मार्केट कैप को Individual stock को Assign किए हुए weightage से गुणा किया जाता है| निफ्टी (NIFTY) को Calculate करने के लिए सभी कंपनियों के present market value को बेस मार्केट कैपिटल (base market capital) से divide कर base value से गुणा किया जाता है| बेस मार्केट कैपिटल 2.06 लाख करोड़ रुपये तय किया गया है और बेस वैल्यू इंडेक्स 1000 है|