फ्यूचर ट्रेडिंग क्या है ? इसके क्या फायदे है? | What is future trading?

फ्यूचर ट्रेडिंग क्या है ? इसके क्या फायदे है? | What is future trading?

 

फ्यूचर ट्रेडिंग (Future Trading) क्या है ?

फ्यूचर ट्रेडिंग (future trading) डेरीटिव ट्रेडिंग (Derivative trading) का एक प्रकार है फ्यूचर ट्रेडिंग मे भविष्य मे एक पूर्व निर्धारित समय और मूल्य पर एक डेरीवेटिव खरिदने या बेचने के लिये कानूनी समझौता होता है। फ्यूचर ट्रेडिंग मे खरीदार और बेचने वाला दोनो पक्षो का दायित्व होता है कि वह निर्धारित समय पर निर्धारित मूल्य और वस्तु एक दुसरे को सोंप दे जिससे की कांट्रेक्ट पुरा हो सके।

फ्यूचर ट्रेडिंग (future trading) मे पहले से तय मुल्य को फ्यूचर प्राईस (future price) और पहले से तय समय को डिलीवरी डेट (delivery date) कहा जाता है। इसमे किसी प्रकार का कोई न्यूनतम अकांउट साईट नही होता है। यदि आप फ्यूचर ट्रेडिंग मे रुची रखते है तो आप इसे कम से कम पैसो मे शुरु कर सकते है। भारत में फ्यूचर ट्रेडिंग (future trading) के लिए न्यूनतम खाता आकार तय नहीं है।


फ्यूचर ट्रेडिंग (future trading) की विशेषताएँ

1. फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट (future contract) को अन्य ट्रेडर के साथ ट्रांसफर (transfer) किया जा सकता है और ट्रेड किया जा सकता है।

2. सेबी द्वारा फ्यूचर ट्रेडिंग को सुचारु रुप से चलाया जाता हे जिसमे डिफाल्ट (default) होने की संभावना ना के बराबर होती है।

3. अगर कोई व्यक्ति अपने कान्ट्रेक्ट से बाहर जाना चाहता है तो वह बाहर जा सकता है जिसके लिये उसे पेनल्टी (penalty) का भुगतान करना होगा।

4. फ्यूचर ट्रेडिंग (future trading) के अपने नियम होते है वह ट्रेड करने वालो के अनुसार नही होता है। यह अपने मानको (standards) पर कार्य करता है।

5. फ्यूचर ट्रेडिंग (future trading) मे सेटलमेंट का एक समय निश्चित होता हे जिसमे दोनो पक्ष अपने कांट्रेक्ट के अनुसार समय पर कांट्रेक्ट पुरा करते है और इसके लिये भोतिक मुवमेंट (physical movement) की आवश्यकता नही होती है।


फ्यूचर ट्रेडिंग (future trading) मे Risk

फ्यूचर ट्रेडिंग (future trading) मे जिस प्रकार लाभ कमाने की क्षमता है उसी प्रकार इसमे कई सारे रिश्क भी है। यदि आप पहली बार फ्यूचर ट्रेडिंग कर रहे है तो आपको फ्यूचर ट्रेडिंग से जुडे रिश्क के बारे मे जरुर जानना चाहीये।

1. फ्यूचर ट्रेडिंग (future trading) मे आपको अपने पैसे का मेनेजमेंट काफी सावधानी से करना होगा।

2. अगर मार्केट आपके अनुसार नही रहा तो आप काफी ज्यादा देनदारीयों मे उलछ सकते है।

3. आपको अपने लिये गये निर्णय (decision) और होने वाली ट्रेड के के मुल्यो के प्रति बहुत सजग रहना होता है।

4. अगर आप बिच मे सोदा छोडकर जाना चाहते है तो इसमे पेनल्टी भी लग सकती है जो आपके लिये नुकसानदायक होगी।


फ्यूचर ट्रेडिंग (future trading) के फायदे


1. लीवरेज (leverage) – फ्यूचर ट्रेडिंग (future trading) मे आपको काफी ज्यादा मार्जिन मिलती है जिससे की आप अपने कांट्रेक्ट के मुल्य का थोडा सा हिस्सा देकर पोजीशन ले सकते है।

2. तरलता ( liquidity) – फ्यूचर मार्केट मे हर दिन सोदे होते है जिससे की ट्रेडर को काफी ज्यादा तरलता ( liquidity) मिलती है |

3. कम ब्रोकरेज (brokerage) और कमीशन (commission) – फ्यूचर ट्रेडिंग (future trading) मे ब्रोकर (broker) काफी कम चार्ज लगाते है जिससे की एक ट्रेडर को अतिरिक्त भार नही पडता है। जिससे वह अधिक सोदे कर सकता है।

4. हेजिंग (hedging) – हेजिंग की सहायता से आप अपने फ्यूचर कांट्रेक्ट (future contract) मे होने वाले नुकसान को कम कर सकते है या आप सिक्योरीटी की किमत को स्थिर बनाने मे सहायक हो सकते है।

5. शार्ट सेलिंग (short selling) – फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट मे शार्ट सेलिंग कानुनी रुप से वेध है जिससे की यहां शार्ट सेलिंग अधिक होती है।

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