डीमैट अकाउंट क्या है? और उसके फायदे | Demat Account Benefits

डीमैट अकाउंट क्या है? और उसके फायदे | Demat Account Benefits

डीमैट अकाउंट (Demat Account) क्या है?

डीमैट अकाउंट (Dematerialised Account) एक इलेक्ट्रॉनिक अकाउंट (Electronic account) है, जहाँ आप अपने सभी shares को एक डीमैटरियलाइज्ड फॉर्मेट (Dematerialised format ) में store कर के रख सकते है| इसे एक store के रूप में समझा जा सकता है जो हमारे शेयर्स (shares) तथा सिक्योरिटीज (securities) को store करता है।

इसकी अच्छी बात यह है कि इसमें सिक्योरिटीज (securities) तथा शेयर्स (shares) को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म (electronic form ) में store किया जाता है।

डीमैट अकाउंट का पूरा नाम है – Dematerialized Account जिसका मतलब होता है हमारे खरीदे हुए फिजिकल शेयर्स (physical shares) के certificate को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्मेट (electronic format ) में convert करना। ऐसा करने के बाद निवेशकों (investors) को अपने shares की performance देखने में आसानी होती है तथा सारा काम online ही हो जाता है।

डीमैट अकाउंट (Demat account) के Types –

Regular Account

भारत में रहने वाले आम निवेशक के लिए यह अकाउंट सबसे उपयुक्त है। सबसे ज्यादा प्रसिद्ध तथा सामान्य अकाउंट यही है।

Repatriable Demat Account

यह अकाउंट NRIs के लिए उपयुक्त है। इस अकाउंट की सहायता से आप विदेश (foreign) में भी fund transfer कर सकते हो। एक NRI अगर यह account खुलवाना चाहता है तो उसको इसके लिए एक NRE ( Non-Resident External ) बैंक अकाउंट खुलवाना होगा।

Non-Repatriable Demat Account

यह अकाउंट भी NRIs द्वारा ही उपयोग में लाया जाता है लेकिन इसमें विदेश में fund का transfer नहीं कर सकते। यह अकाउंट खुलवाने के लिए पहले एक NRO ( Non-Resident Ordinary ) बैंक अकाउंट खुलवाना जरूरी है।

Basic Service Demat Account

जिन निवेशकों (Investors) का portfolio काफी छोटा होता है तथा जो कम trade करना चाहते है उनके लिए यह अकाउंट एक सही option है। अगर कोई निवेशक 2 लाख रूपये से कम की holding रखता है तो उसके लिए यह अकाउंट एक अच्छा option है। अगर आपकी होल्डिंग 50 हजार रूपये से कम है तो आपको किसी भी प्रकार के Maintenance Charge भी नहीं भरना पड़ेगा। यह छोटे निवेशकों (investors) के लिए यह एक अच्छा option है।

डीमैट अकाउंट (Demat account) के फायदे

यह एक डिजिटल किर्याशील (Functional) खाता होता है जिसका उपयोग डीमैटरियलाइज्ड (Dematerialised) सिक्योरिटीज को रखने के लिए करते हैं जिसमे स्टॉक्स (Stocks), म्यूच्यूअल फंड्स (Mutual Funds), बांड्स (Bonds), एक्सचेंज ट्रेडेड फण्ड (ETF ) अन्य शामिल है।

यह दस्तावेज से जुड़े काम (Documentation) और आपके संवेदनशील डाटा (Data) की सुरक्षा से जुड़े परेशानी को कम करता है। इसके अलावा जब आपकी संपत्ति डीमैटरियलाइज्ड (Dematerialised) हो जाती है, आप धोखेधड़ी के नुकसान के विरुद्ध आप अधिक सुरक्षा पा सकते हैं।

1. डीमैट अकाउंट (Demat Account) में हम शेयर्स (shares) तथा सिक्योरिटीज (securities) को स्टोर तो कर ही सकते है लेकिन इसके साथ-साथ हमारे शेयर्स इसमें सुरक्षित भी रहता है तथा खोने या चोरी हो जाने का डर भी नहीं रहता।

2. एक डीमैट अकाउंट की मदद से shares का transfer आसानी से होता है इसकी मदद से आप बड़े ही सुलभ तरीके से अपने खरीदे हुए शेयर्स को इसमें tranfer कर सकते है।

3. डीमैट अकाउंट (demat account) की मदद से आप अपने शेयर्स की performance कही से भी अपने phone में देख सकते हो जिससे निवेशकों को काफी सुविधा मिलती है।

4. डीमैट अकाउंट होने पर आप stamp duty जैसे Charges से बच जाते है।

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