डिजिटल गोल्ड क्या है? इसमें निवेश से पहले जान लें कुछ महत्वपूर्ण बातें | Digital Gold
लोग वर्षों से गोल्ड (gold) में निवेश कर रहे हैं और आज भी gold investment इतना ही लोकप्रिय हैं। वर्तमान मार्केट में निवेश (invest) के बहुत options आ जाने के बाद भी gold investment की उपस्थिति बनी हुई हैं। पिछले कुछ समय से Digital क्रांति काफी ज्यादा विस्तारित हुई हैं जिसका असर गोल्ड निवेश पर भी हुआ हैं। अब गोल्ड physical के साथ-साथ digital रूप में भी मिलने लगा हैं।
सोना (Gold) निवेश का सबसे सुरक्षित साधन है। कोरोना (corona) काल में digital सोना में काफी निवेश बढ़ा है। बहुत सारे लोगों के लिए डिजिटल सोना (Digital Gold) पीली धातु में निवेश करने का एक नया अवसर बन गया है। corona virus की इस स्थिति के दौरान, क्योंकि लोग Jewellery store, gold dealers के पास जाने से हिचकिचाते हैं, इसलिए online सोने की खरीद में सक्षम होना एक सही समाधान बन गया है।
सोना (Gold) निवेश का सबसे सुरक्षित साधन है। कोरोना (corona) काल में digital सोना में काफी निवेश बढ़ा है। यहां जानिए यह क्या है। इसमें कैसे निवेश कैसे करें। यहां जानिए सब कुछ।
बहुत सारे लोगों के लिए डिजिटल सोना (Digital Gold) पीली धातु में निवेश करने का एक नया अवसर बन गया है। corona virus की इस स्थिति के दौरान, क्योंकि लोग Jewellery store, gold dealers के पास जाने से हिचकिचाते हैं, इसलिए online सोने की खरीद में सक्षम होना एक सही समाधान बन गया है।
डिजिटल गोल्ड (Digital Gold) क्या है?
डिजिटल सोना (digital gold) online खरीदा जा सकता है और ग्राहक की ओर से विक्रेता द्वारा इंश्योर्ड वाल्ट्स में संग्रहीत किया जाता है। आपको बस इंटरनेट, mobile banking की जरूरत है और आप कहीं भी, कभी भी, डिजिटल रूप से सोने में निवेश कर सकते हैं। आप कई मोबाइल ई-वॉलेट (e-wallet) जैसे paytm, Gpay और phone pay से डिजिटल गोल्ड (digital gold) में निवेश कर सकते हैं। HDFC Securities और मोतीलाल ओसवाल (Motilal oswal) जैसे Brokers के पास भी डिजिटल सोने में निवेश के options है। वर्तमान में, भारत में डिजिटल गोल्ड की पेशकश करने वाली तीन कंपनियां हैं- Augmont Gold limited, MMTC-PAMP India Pvt. Ltd सुरक्षित brand के साथ राज्य द्वारा संचालित MMTC Limited और Swiss ferm MKS PAMP और डिजिटल गोल्ड इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (digital gold India private limited) संयुक्त सेफगोल्ड ब्रांड है।
Paytm, G-pay आदि जैसी Apps और website केवल Metal trading कंपनियों जैसे Safe gold और MMTC-PAMP के लिए एक मंच प्रदान करती हैं। एक बार जब आप डिजिटल गोल्ड में निवेश करते हैं, तो ये ट्रेडिंग कंपनियां भौतिक सोने की एक समान मात्रा खरीदती हैं और इसे सुरक्षित वाल्टों में आपके नाम से संग्रहीत करती हैं। पेटीएम, गूगल-पे आदि जैसी apps और website केवल Metal trading कंपनियों जैसे safe Gold और MMTC PAMP के लिए एक मंच प्रदान करती हैं। एक बार जब आप डिजिटल गोल्ड में निवेश करते हैं, तो ये ट्रेडिंग कंपनियां फिजिकल गोल्ड की बराबर मात्रा खरीदती हैं और इसे सुरक्षित वाल्टों में आपके नाम से संग्रहीत करती हैं।
डिजिटल गोल्ड कैसे खरीदें (How to buy Digital Gold)
भारत में मुख्य रूप से तीन Digital Gold Seller हैं-
1. MMTC (Govt.)
2. Safe Gold
3. Augmont
इन platform की मदद से आप e-gold खरीद सकते हैं –
1. Paytm
2. Phone pe
3. Google Pay
4. Airtel Payments Bank
5. Amazon.in
6. Tanishq
आप इनमें से किसी भी platform पर जाकर डिजिटल गोल्ड खरीद कर उसमें निवेश कर सकते हैं। इनमें आप अपने गोल्ड को तुरंत बेच कर तुरंत भी बेच सकते हैं।
डिजिटल गोल्ड के फायदे (Benefits of Digital Gold)
1. कोई मेकिंग चार्जेस नहीं – अगर आप फिजिकल गोल्ड खरीदते हो तो आपको 10 से 15% तक का मेकिंग चार्ज देने पड़ सकते हैं परंतु डिजिटल गोल्ड में आपको गोल्ड की वास्तविक डिलीवरी तो उठानी होती नहीं हैं। इससे आपकी 10 से 15% की अतिरिक्त लागत बच जाती हैं।
2. कोई न्यूनतम निवेश नहीं – डिजिटल गोल्ड में कोई भी न्यूनतम निवेश की आवश्यकता नहीं हैं। आप मात्र ₹1 का भी गुणवत्तापूर्ण सोना खरीद सकते हैं। वही physical gold में आपको ऐसी कोई सुविधा नहीं मिलती।
3. डिजिटल गोल्ड (digital gold) खरीदने पर आपको चोरी का कोई डर नहीं रहता जबकि फिजिकल गोल्ड में चोरी का खतरा हमेशा बना रहता हैं।
4. निवेशक जब चाहे अपने डिजिटल गोल्ड की फिजिकल डिलीवरी ले सकता हैं।
5. डिजिटल गोल्ड (digital gold) को online loan में कोलेट्रल (collateral) के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता हैं।
6. निवेशक जब चाहे अपने गोल्ड इन्वेस्टमेंट को 24×7 मार्केट रेट पर बेच सकता हैं।
7. गोल्ड आपके portfolio को diversification प्रदान करता हैं।
डिजिटल गोल्ड (digital gold) के नुकसान (Drawbacks of Digital Gold)
डिजिटल गोल्ड में निवेश करने के कुछ नुकसान भी हो सकते हैं ध्यान रखने की जरुरत हैं।
1. रेगुलेटर की अनुपस्थिति – डिजिटल गोल्ड के ट्रांजैक्शंस की देखरेख के लिए कोई नियामक नहीं हैं इसलिए थोड़ा Risk हो सकता है | जबकि ईटीएफ गोल्ड के लिए सेबी और सॉवेरेन गोल्ड बॉन्ड के लिए आरबीआई नियामक हैं।
कोई रेगुलेटर नहीं होने की वजह से NSE ने अपने मेंबर्स पर डिजिटल गोल्ड को बेचने पर प्रतिबंध लगा दिए हैं जिससे Upstox, grow जैसे प्लेटफॉर्म अब डिजिटल गोल्ड की सेवाएं नहीं दे पाएंगे।
2. जब भी आप अपने डिजिटल गोल्ड की डिलीवरी लेना चाहते हैं तो आपको 3% GST देना होता हैं जो इसकी लागत बढ़ जाती हैं।
3. होल्डिंग चार्जेज – कुछ डिजिटल पार्टनर्स आपसे गोल्ड को vault में होल्ड करने के चार्ज भी वसूल करते हैं।
4. होल्ड करने की निर्धारित सीमा – डिजिटल गोल्ड में निवेश करने का एक अन्य बड़ा नुकसान हैं कि निवेशक इसे indefinite period के लिए होल्ड नहीं कर सकते। अधिकांश डिजिटल गोल्ड सर्विस providers गोल्ड को डिजिटल रूप में होल्ड करने की एक निश्चित अवधि रखते हैं। इस अवधि के बाद या तो अपने डिजिटल गोल्ड को बेचना होगा या उसकी फिजिकल डिलीवरी होगी।
क्या आपको डिजिटल गोल्ड में invest करना चाहिए?
अगर आपको गोल्ड इन्वेस्टमेंट करना हैं और आप उसे फिजिकल फॉर्म में खरीदना चाहते हैं तो इसमें बिल्कुल भी समझदारी नहीं होगी। इसमें आपको मेकिंग चार्जेस, जीएसटी, डिस्मेंटलिंग चार्जेज आदि देने होते हैं जिससे आपको कोई फायदा नहीं होता।
अब इसका दूसरा option हैं डिजिटल गोल्ड। इसमें आपको फिजिकल गोल्ड जैसे चार्ज तो पे नहीं करने पड़ते परंतु डिलीवरी लेते समय आपको मेकिंग चार्जेस और GST देने होते हैं।
गोल्ड एक safe investment माना जाता हैं इस वजह से इसके return भी कम होते हैं। इसलिए अगर आप एक ऐसे invester हैं जो बहुत ही कम risk लेना पसंद करते हैं तो आप डिजिटल गोल्ड में निवेश कर सकते हैं।
